नई दिल्ली, जून 2 -- नई दिल्ली, विशेष संवाददाता। अपराध की जांच में फोरेंसिक सहित अन्य तकनीक का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है। सरकार इस संबंध में क्षमता बढ़ाने के लिए नई योजना पर तेजी से काम कर रही है। योजना अमल में आने पर प्रतिवर्ष देशभर के 26 फोरेंसिक परिसरों से 36 हज़ार विद्यार्थी डिग्री, डिप्लोमा और पीएचडी के साथ बाहर निकलेंगे, जबकि इस क्षेत्र में मौजूदा आवश्यकता 30 हजार प्रतिवर्ष है। फोरेंसिक प्रशिक्षण पर खास जोर दिया जा रहा है। नेशनल फोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी (एनएफएसयू ) के 16 परिसर पहले ही स्वीकृत हो चुके हैं। इसमें सात स्थापित हैं और बाकी प्रक्रिया में हैं। इसके अलावा हर बड़े राज्य में एक एनएफएसयू कॉलेज बनाया जाना है, जिससे प्रशिक्षित मैनपावर मिल सके। 1300 करोड़ रुपये की लागत से एनएफएसयू के नौ और कैंपस बनेंगे और 860 करोड़ रुपये की लागत ...
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