बांका, जून 18 -- बौसी( बांका)। निज संवाददाता। बांका जिले के बौसी प्रखंड स्थित महाराणा हाट न केवल एक पारंपरिक व्यापारिक केंद्र रहा है, बल्कि यह क्षेत्र की सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक जीवनधारा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा भी रहा है। कभी खादी वस्त्रों और मवेशी व्यापार के लिए यह हाट पूरे बिहार, झारखंड और बंगाल तक प्रसिद्ध था। इसकी चमक भले ही अब थोड़ी फीकी पड़ गई हो, लेकिन इसकी ऐतिहासिक पहचान आज भी जीवित है। अगर सरकार और समाज मिलकर इसके पुनर्जीवन की दिशा में कदम उठाएं तो यह हाट एक बार फिर से अपनी पुरानी रौनक पा सकता है। ग्रामीणों का मानना है कि अगर इन सुधारों पर अमल किया जाए, तो महाराणा हाट न केवल एक स्थानीय व्यापार केंद्र के रूप में बल्कि पूरे राज्य का एक मॉडल हाट बन सकता है। यह न केवल क्षेत्रीय विकास को गति देगा, बल्कि ग्रामीण रोजगार को भी मजबू...