भागलपुर, दिसम्बर 20 -- प्रस्तुति : धर्मेंद्र कुमार कोसी दियारा का फरकिया इलाका आजादी के दशकों बाद भी बुनियादी सुविधाओं के लिए जूझ रहा है। हर साल बाढ़, कटाव और विस्थापन झेलने वाले इस क्षेत्र के हजारों ग्रामीण शुद्ध पेयजल के अभाव से परेशान हैं। सिमरी सलखुआ और बख्तियारपुर प्रखंड की आठ पंचायतों में लोग मजबूरी में आयरनयुक्त पानी पी रहे हैं, जिससे त्वचा रोग, पेट दर्द और अन्य बीमारियां आम हो गई हैं। 'हर घर नल का जल' योजना से दियारा वासियों को उम्मीद जगी थी, पर यह योजना अधूरे निर्माण और लापरवाह क्रियान्वयन की भेंट चढ़ गई। कहीं अधूरी पानी टंकियां खड़ी हैं तो कहीं बोरिंग धंस चुकी हैं। प्रशासनिक लापरवाही और निगरानी के अभाव में आज भी गांवों के नल सूखे पड़े हैं और लोग पीला-लाल आयरनयुक्त पानी पीने को मजबूर हैं। कोसी दियारा की यह प्यास अब सरकारी वादों प...
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