भागलपुर, सितम्बर 2 -- प्रस्तुति : श्रुतिकांत सहरसा की सांस्कृतिक धरोहर संत लक्ष्मीनाथ कला भवन के जीर्णोद्धार की योजना नगर निगम द्वारा स्वीकृत किए जाने से कलाकारों में उत्साह है। वर्षों से जर्जर हालात में पहुंच चुके इस भवन में सांस्कृतिक कार्यक्रम करना लगभग असंभव हो गया था। कलाकारों को प्रेक्षागृह का सहारा लेना पड़ता था, लेकिन वहां जिला प्रशासन के सरकारी कार्यक्रमों के कारण अक्सर तिथियों का टकराव होता और उन्हें अपने कार्यक्रम स्थगित करने पड़ते थे। अब नगर निगम ने अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त नए कला भवन के निर्माण का निर्णय लिया है। कलाकारों का कहना है कि यह सहरसा की कला और संस्कृति के लिए ऐतिहासिक कदम है। उन्होंने उम्मीद जताई कि जल्द ही निर्माण कार्य शुरू होगा और शहर की सांस्कृतिक गतिविधियों को नया आयाम मिलेगा। कोसी क्षेत्र की सांस्कृतिक पह...