मथुरा, अगस्त 20 -- गोवर्धन तहसील तो बन चुकी है लेकिन अभी यहां पूरी सुविधाएं नहीं हैं। यहां अब भी तमाम समस्याएं हैं। अधिवक्ताओं के लिए चैंबर नहीं हैं। शिकायतों का समाधान नहीं होता। यहां रजिस्ट्री कार्यालय भी अभी तक स्थापित नहीं हो सका है। इसके कारण गोवर्धन तहसील के लोगों को मकान, जमीन, खेतों की रजिस्ट्री के लिए मथुरा और छाता जाना पड़ता है। यहां के लोगों का कहना है कि करीब 87 गांव इस तहसील से जुड़े हुए हैं अगर गोवर्धन में ही रजिस्ट्री कार्यालय बन जाए तो लोगों को अपने पास ही रजिस्ट्री कराने की सुविधा मिल जाए और उन्हें मथुरा आने-जाने में समय बर्बाद न करना पड़े। यहां के लोगों और वकीलों ने मुख्यमंत्री से इस बारे में गोवर्धन में ही रजिस्ट्री, बैनामा, इकरारनामा आदि कार्य कराये जाने की मांग की है। गोवर्धन तहसील 2015 में बनी थी। इस तरह इसे तहसील बने ह...