मथुरा, दिसम्बर 19 -- कोहरे में वाहनों का संचालन बड़ा मुश्किल होता है। जब सामने सफेद दीवार खड़ी हो तो वाहन चलाना न केवल मुश्किल होता है, बल्कि खतरनाक भी होता है। यमुना एक्सप्रेसवे पर 16 दिसंबर को हुए हादसे ने लोगों को दहला दिया है। विशेष रूप से रोडवेज के चालक और परिचालक भय में हैं, लेकिन मजबूरी है क्योंकि ड्यूटी पर जाना ही है और गाड़ियों को चलाना भी है। रोडवेज कर्मियों ने कहा कि कोहरे में पीली लाइट लगना जरूरी है, लेकिन अधिकांश बसों में पीली लाइट नहीं है। गौरतलब है कि इस हादसे में रोडवेज की एक बस भी जल गई। गयी और उसका एक चालक लापता है। उसके परिजनों ने डीएनए सैंपल दिये हैं। इस बस में कुछ लोगों की मौत भी हुई थी। यमुना एक्सप्रेस वे पर हुई घटना के बाद उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के अधिकारी हरकत में आए और शीतकाल मौसम में निगम बसों से होने वाली दुर्घटन...
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