बाराबंकी, जुलाई 8 -- बाराबंकी। जिले के सिंचाई विभाग के अंतर्गत आने वाले नलकूप खंडों में कार्यरत कर्मचारियों की समस्याएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। जहां एक ओर सिंचाई की व्यवस्था को सुचारु रूप से बनाए रखने की जिम्मेदारी इनके कंधों पर है, वहीं दूसरी ओर इन कर्मचारियों को न तो मूलभूत सुविधाएं मिल पा रही हैं और न ही उनकी वर्षों पुरानी मांगों पर कोई ठोस निर्णय लिया जा रहा है। र्तमान समय में लगभग 357 सरकारी नलकूप संचालित हैं, लेकिन इनकी देखरेख के लिए महज 147 कर्मचारी ही तैनात हैं। इससे एक कर्मचारी को औसतन दो से तीन नलकूपों की जिम्मेदारी संभालनी पड़ती है, जो न केवल तकनीकी रूप से कठिन है, बल्कि सुरक्षा के लिहाज से भी खतरनाक। कर्मचारियों का कहना है कि यदि किसी नलकूप पर खराबी आ जाए या बिजली की समस्या हो, तो समय पर उसे ठीक कर पाना संभव नहीं हो पाता, जिससे...