बाराबंकी, अगस्त 22 -- जिले में महिला लघु उद्यमियों को वित्तीय और मार्केट तक पहुंच में अनेक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, जिसमें ऋण की कठोर शर्तें, साक्षरता की कमी, नेटवर्क की सीमाएं प्रमुख हैं। हालांकि, सरकार की उद्यम सखी, लखपति दीदी जैसे कई प्रयास उन्हें सशक्त बनाने का मार्ग प्रशस्त कर रहे हैं। यदि अवसंरचनात्मक और प्रशिक्षण संबंधी पहल को और मजबूत किया जाए, तो जिले में महिला उद्यमिता को बढ़ावा मिल सकता है और स्वरोजगार के नए अवसर खुल सकते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि महिला उद्यमियों के लिए अलग से लोन हेल्पडेस्क, आसान और पारदर्शी प्रक्रिया, और वित्तीय साक्षरता के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किए जाने चाहिए। इसके अलावा, बैंक कर्मचारियों को भी लैंगिक संवेदनशीलता और समान व्यवहार के लिए प्रशिक्षित किया जाना जरूरी है। बोले वित्तीय बाधाएं बढ़...