बहराइच, अगस्त 27 -- प्रदेश के आठ पिछड़े जिले में बहराइच शामिल है। नीति आयोग की निर्धारित सूचकांकों में शिक्षा का पिछड़ेपन में शामिल है। 2803 विद्यालयों में तकरीबन साढ़े लाख बच्चे पंजीकृत हैं। भवन की दशा बदहाल होने की वजह से 217 विद्यालयों को जर्जर घोषित कर दिया गया है। वर्तमान में 45 विद्यालय विलय भी कर दिए गए हैं। विषय विशेषज्ञ समेत कई मुद्दों पर शिक्षकों में उहापोह की स्थिति बनी हुई है। समायोजन के साथ शिक्षकों की कमी शिक्षा की दृष्टि से पिछड़े बहराइच के बेसिक स्कूलों में शिक्षण कार्यबेहतर करने में जरूर बाधा बन रही है। बावजूद कई ऐसे स्कूल हैं जहां शिक्षण कार्य बेहतर हो रहा है। इसे व्यवस्था कहेंगे या फिर सरकारी सिस्टम। छह लाख के करीब बच्चों की शिक्षा बेसिक स्कूलों पर टिकी है। इनमें अधिकांश बच्चे ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों में अध्ययनरत ह...
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