फिरोजाबाद, सितम्बर 16 -- खेलो इंडिया के तहत सरकार परिषदीय एवं राजकीय स्कूलों को खेल सामग्री के लिए धनराशि दे रही है, लेकिन प्राथमिक एवं जूनियर हाईस्कूलों से पढ़कर निकलने वाले छात्र राजकीय स्कूलों से ज्यादा सहायता प्राप्त अनुदानित कॉलेजों में शिक्षा ग्रहण करने पहुंचते हैं, लेकिन सहायता प्राप्त अनुदानित कॉलेजों में सरकार के द्वारा अब शिक्षकों को वेतन ही दिया जा रहा है। कोई अन्य अनुदान न मिलने से यहां के बेहतर मैदान धीरे-धीरे जर्जर स्थिति में पहुंच रहे हैं। प्रबंध तंत्रों के अधिकार छिनने के बाद प्रबंध तंत्र भी इन मैदानों की व्यवस्थाओं पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। जबकि अगर देखा जाए तो सहायता प्राप्त कॉलेजों के पास खेल मैदान के लिए जमीन की कमी नहीं। खेल के मैदान के रूप में यहां पर बड़े-बड़े मैदान हैं, लेकिन देखभाल नहीं हो पा रही है। खेलने के शौकीन छ...