फिरोजाबाद, सितम्बर 10 -- फिरोजाबाद। सहायता प्राप्त अनुदानित कॉलेजों में खेल के संसाधन भले ही कम हों, लेकिन इन कॉलेजों में पढ़ने वाले खिलाड़ियों में भी खेल प्रतिभा है। छात्राएं आगे बढ़कर नाम कमाना चाहती हैं, लेकिन इन कॉलेजों में पढ़ने आने वाली कई छात्राएं ऐसे समाज से आती हैं, जहां अभिभावक खेल के प्रति जागरूक नहीं हैं। किसी तरह से जिद कर कॉलेज में तो यह छात्राएं टीम में शामिल हो जाती हैं, लेकिन जब कई बार इन्हें टूर्नामेंट में भाग लेने बाहर जाना पड़ता है तो अभिभावक रोक देते हैं। कुछ अभिभावकों को आपत्ति नहीं, लेकिन समाज एवं रिश्तेदारों की बातें सुन वह भी अपना इरादा बदल देते हैं। इस स्थिति में जरूरी है कि महिला खिलाड़ियों के लिए सुरक्षित वातावरण देकर समाज की इस सोच को बदला जा सके। हिन्दुस्तान के बोले फिरोजाबाद के तहत रेवती देवी बालिका इंटर कॉलेज में...