फिरोजाबाद, दिसम्बर 25 -- सुहाग नगरी का यह चूड़ी उद्योग करीब 100 साल पुराना है। परंपरागत कारीगर और उद्यमियों की आपसी जुगलबंदी से शहर का यह चूड़ी उद्योग 100 साल का लंबा सफर तय कर चुका है। अपनी विकास यात्रा के दौरान इस चूड़ी उद्योग में कई तरह के उतार चढ़ाव आए हैं। इस दौरान चूड़ी उत्पादन की कारीगरी में कई तरह के बदलाव हुए हैं। जिसके चलते कांच की रंग बिरंगी चूड़ियों ने महिलाओं का मन मोहा है। आधुनिकता के बदलते दौर में भी फिरोजाबाद शहर की यह कांच की चूड़ियां सुहागन महिलाओं की पसंद बनी हुई है। यह सुहागिनों के श्रृंगार का अहम साधन बनी हुई है। यही वजह है कि ग्रामीण अंचल की महिला से लेकर पढ़ी-लिखी शहरी महिलाएं भी कभी कांच की रंग बिरंगी चूड़ियों का मोह नहीं छोड़ सकी है। इसी के चलते फिरोजाबाद शहर के चूड़ी उद्योग में उत्पादन का पहिया अनवरत रूप से घूम रहा है। समय-...