फिरोजाबाद, सितम्बर 13 -- फिरोजाबाद। बेटियों की शिक्षा के प्रति अभिभावकों का संजीदा न होने के कारण कई बार होनहार बेटियां भी आगे नहीं बढ़ पाती हैं। यह न तो स्कूल में नियमित रहती हैं, न ही घर पर पढ़ाई का माहौल मिल पाता है। खुद शिक्षिकाएं स्वीकार करती हैं कि कक्षा पांच तक जिन बेटियों का शिक्षा का स्तर अच्छा होता था, वह बेटियां बड़ी कक्षाओं में पहुंचने के बाद में पढ़ाई में पिछड़ जाती हैं, क्योंकि वह चूड़ी के काम में लग जाने के कारण न तो कॉलेज में लगातार उपस्थित रह पाती हैं तथा घर पर पहुंचने के बाद चूड़ी के काम में लग जाती हैं। अभिभावकों को जागरूक करते हैं, लेकिन परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण कई बार बेटियों का काम करना मजबूरी बन जाता है। हिन्दुस्तान ने बोले फिरोजाबाद के तहत रेवती देवी बालिका इंटर कॉलेज की शिक्षिकाओं से संवाद किया। इस कॉले...