गोंडा, दिसम्बर 28 -- जन औषधि केंद्र तो खोले गए हैं लेकिन उसका लाभ मरीजों को नहीं मिल पा रहा है। जिले में 18 जन औषधि केंद्र खुलने थे लेकिन अब तक मात्र 07 ही जन औषधि केंद्र संचालित हो पाए हैं। शेष 11 जन औषधि केंद्र संचालन की प्रक्रिया अभी चल रही है। मौजूदा समय पर जिले में मेडिकल कॉलेज, जिला महिला अस्पताल, करनैलगंज, परसपुर, बेल्सर, मनकापुर व छपिया में ही जन औषधि केंद्र संचालित हो रहे हैं। जो केंद्र खुले भी हैं, वहां मानक के अनुसार दवाएं उपलब्ध नहीं है। वैसे 1800 प्रकार की दवाएं होनी चाहिए लेकिन यहां मात्र 600 प्रकार की ही दवाएं उपलब्ध हैं। संचालकों का कहना है कि डाक्टर जन औषधि से दवाएं लिखने को कौन कहे, दवा वापस करा दे रहे हैं, जिससे मरीजों को सस्ती दवाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। गोण्डा। मरीजों की सस्ती दवाएं उपलब्ध होना अब दुश्वार हो गया ...