वाराणसी, जून 14 -- वाराणसी। सोचिए जरा, किसी सरकारी विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों को छह-छह माह से वेतन नहीं मिला हो, सेवानिवृत्त कर्मचारियों को पेंशन के लाले पड़ गए हों तो उन पर क्या गुजर रही होगी? जलनिगम (नगरीय) के सैकड़ो कर्मचारियों और अधिकारियों को भी छह माह से वेतन नहीं मिला है। विभाग के पेंशनर भी तभी से पेंशन की आस लगाए हुए हैं। सभी दैनिक जरूरतों के लिए कर्जदार बन गए हैं। बीमारियों का इलाज कराने का पैसा नहीं है। एक कर्मचारी ने तो अपने एक्सईएन से ऑटो चलाने की अनुमति मांगी है। शासन ने कामों में सुगमता एवं उन्हें प्रभावी बनाने के लिए जून-2023 में जल निगम को नगरीय एवं ग्रामीण-दो खंडों में विभक्त कर दिया। नगरीय खंड के अधिकारी और कर्मचारी, पूर्व कर्मचारी ही वेतन-पेंशन की दिक्कत झेल रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्र के स्टाफ को कोई दिक्कत नहीं है।...