कानपुर, सितम्बर 17 -- आपके अपने लोकप्रिय अखबार हिन्दुस्तान के साथ बात करते हुये मूर्तिकारों ने हुनर होने के बाद भी कई परेशानियां होने की बात कही हुनर होने के बाद भी परिवार पालने को बाहर जाना पड़ता है -पहले से ज्यादा बिकतीं मूर्तियां पर लागत भी बढ़ी -रसूलाबाद कस्बे में किराए की जगह पर कर रहे काम फोटो 17 एकेबी 1 परिचय-अपनी समस्यायें बताते दुर्गापूजा के लिये मूर्ति बना रहे मूर्तिकार। रसूलाबाद, संवाददाता। मूर्तिकला में भले ही महारथ होने के साथ ही हुनर व कलाकारी में बेहतर प्रदर्शन करने वाले महेंद्र नगर गांव के लोगों को परिवार पालने के लिए दूसरे प्रदेशों में जाना पड़ता है। तीन महीने अपने जन्म स्थान पर रहकर गणेश व दुर्गा की प्रतिमा बनाते हैं। उसके बाद मजबूरी वश हम कारीगरों को बाहर जाना पड़ता है। कड़ी मेहनत व महंगी लागत के बाद भी उन्हें पर्याप्त मुनाफ...