समस्तीपुर, सितम्बर 16 -- परंपरागत गेहूं-धान की खेती से हटकर किसान अब वैकल्पिक खेती की ओर तेजी से बढ़ रहे हैं। सरकार की ओर से चलाई जा रही योजनाओं जैविक खेती, सब्जी उत्पादन, औषधीय पौधों की खेती, फूलों की खेती, बागवानी और मत्स्य पालन ने किसानों के लिए नई संभावनाओं के द्वार खोले हैं। समस्तीपुर जिले की उपजाऊ जमीन और अनुकूल जलवायु इन फसलों की पैदावार के लिए विशेष रूप से सहायक है। यही कारण है कि जिले में वैकल्पिक खेती की प्रमुख फसलें टमाटर, गोभी, मटर, मिर्च और भिंडी जैसी सब्जियों की खेती कर किसान बाजार में बेहतर दाम पा रहे हैं। फूलों की खेती गेंदा, गुलाब की खेती यहां की जलवायु में बहुत सफल है, जिससे किसानों को अतिरिक्त आमदनी मिल रही है। केला, अमरूद, आम और पपीता की बागवानी करने वाले किसानों को लंबे समय तक लाभ मिल रहा है। लेकिन इस उज्ज्वल तस्वीर क...
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