नई दिल्ली, जुलाई 15 -- लॉर्ड्स टेस्ट में जीत दांव पर लगी थी और ऐसे में अपने करियर के दौरान चोटों से जूझते रहे इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने वर्कलोड मैनेजमेंट को दरकिनार करते हुए पांचवें और अंतिम दिन दो मैराथन स्पैल फेंके, जिससे उन्होंने ना केवल अपने खिलाड़ियों के लिए, बल्कि अंतिम दो मैच से पहले भारतीय तेज गेंदबाजों के लिए भी नए मानक स्थापित किए। 34 वर्षीय ऑलराउंडर स्टोक्स को अपने करियर के दौरान चोटों से जूझना पड़ा है और पैर की मांसपेशियों में खिंचाव के बाद जनवरी में उनकी सर्जरी हुई थी। फिर भी चोटिल होने की आशंका के बावजूद स्टोक्स ने तीसरे टेस्ट में अपनी पूरी ताकत झोंक दी और सोमवार को 9.2 और 10 ओवर के दो लंबे स्पैल करके भारत पर दबाव बनाए रखा। स्टोक्स को ड्रेसिंग रूम से लगातार याद दिलाया जा रहा था कि उन्हें अपने उम्रदराज होते शरीर का ध्...