फतेहपुर, सितम्बर 7 -- फतेहपुर। जिले की दूसरी बड़ी ग्राम पंचायत सरकंडी में मनरेगा मजदूरी में घपलेबाजी के प्रकरण प्रशासन रिकवरी की तैयारी में जुटा है। लाखों के भ्रष्टाचार में जेई, प्रधान व सचिव से वसूली की प्रक्रिया है। जबकि भुगतान में अहम किरदार निभाने वाले बीडीओ, लेखाकार को रिकवरी से दूर रखा गया है। नियमावली के पन्नों की खाक छानने के बाद भी अफसर किसी नतीजे तक नहीं पहुंच सके हैं। इसी परिपेक्ष्य में ग्राम पंचायत अधिकारी संघ ने मुख्य सचिव से बीडीओ, लेखाकार से क्षति की वसूली की मांग रखी है। ग्राम पंचायत अधिकारी संघ के प्रांतीय अध्यक्ष ने प्रकरण को संज्ञान में लेकर मुख्य सचिव से पत्राचार किया। अवगत कराया कि वर्ष 2008 में ग्रामीण रोजगार गांरटी योजना के लिए रोजगार गारंटी निधि के नाम से बैंक खाता खोला गया था और खातों का संचालन प्रधान, सचिव के संय...