मुजफ्फरपुर, अगस्त 25 -- बिहार बदलाव यात्रा पर निकले जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने जनसभा को संबोधित करते हुए कई वादे और दावे किए। उन्होने कहा कि अगर इस बार आप लोगों ने अपने बच्चों का चेहरा देखकर वोट किया तो बिहार की बदहाली की यह आखिरी दिवाली-छठ होगी। छठ के बाद जब आप अपने बच्चों के लिए वोट देंगे, तो जन सुराज का पहला संकल्प है, कि स्कूल-अस्पताल जब सुधरेंगे, तब सुधरेंगे। लेकिन जो युवा पढ़-लिख कर बेरोजगार बैठे हैं। उन्हें भले ही सरकारी नौकरी न मिले, लेकिन 10-12 हजार का रोजगार जरूर मिलेगा पीके ने कहा कि ये प्रशांत किशोर के बेटे की शादी नहीं है। अपके बच्चों का सवाल है। अपने परिवार के लोगों और पड़ोसियों को बताना है कि 10-12 हजार की नौकरी के लिए अपने परिवार को छोड़कर बिहार से बाहर नहीं जाना पड़ेगा। उन्होने कहा किछठ के एक महीने बाद से बुजुर...