सुपौल, जून 10 -- छातापुर, एक प्रतिनिधि प्रखंड के ग्वालपाड़ा पंचायत स्थित बिलेनिया धार पर पुल नही रहने के कारण आज भी यहां के स्थानीय ग्रामीण बांस बल्ली के बने चचरी के सहारे आवाजाही करने को मजबूर है। नदी के दूसरी ओर पंचायत के 2 वार्ड है। आमदिनों में जहां नदी सुखी रहने पर स्थानीय ग्रामीण पैदल ही नदी पार करते है वहीं बारिश काल में जब नदी में पानी रहती है तब तैरकर या बांस बल्ली के बने चचरी पुल का सहारा लेना पड़ता है। नदी के उस पार से प्रखंड मुख्यालय की दूरी करीब 20 किलोमीटर है। बरसात के दिनों में नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण चचरी की स्थिति भी जर्जर हो जाती है। कई बार ग्रामीणों के सहयोग से बना चचरी नदी में बढ़ते जलस्तर के कारण बनी तेजधारा के साथ ध्वस्त होकर बह जाता है। जिसके बाद ग्रामीणों को करीब 10 किलोमीटर दूरी घूमकर जाना पड़ता है। जिसके बाद म...