औरंगाबाद, जून 18 -- जिले में मानसूनी बारिश ने जहां धान की नर्सरी की तैयारी में जुटे किसानों को राहत दी है, वहीं गरमा मूंग की पकी फसल पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। बारिश के कारण मूंग की तोड़ाई रुक गई है, जिससे फसल खराब होने का खतरा बढ़ गया है। यदि बारिश का सिलसिला जारी रहा तो मूंग की उपज और गुणवत्ता दोनों पर गंभीर असर पड़ सकता है। मूंग की फसल पककर तैयार है। बारिश से कई जगह मूंग की क्यारियों में जलजमाव हो गया है। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार मूंग की फसल 24 घंटे से अधिक समय तक जलजमाव सहन नहीं कर सकती। खेतों में पानी भरने से पौधों की जड़ें सड़ सकती हैं, जिससे फसल पूरी तरह बर्बाद हो सकती है। बारिश के कारण खेतों में नमी बढ़ने से फफूंदी और कीटों का खतरा बढ़ता है। इससे फलियां काली पड़ सकती हैं और उपज की गुणवत्ता में कमी आ सकती है। मूंग की फसल पकने ...
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