गंगापार, जुलाई 7 -- बारा क्षेत्र की सहकारी समितियों में डीएपी खाद नदारद है। खाद के अभाव में धान की रोपाई कैसे होगी,यह किसानों के लिए चिंता का विषय है। किसानों को समय पर खाद एवं बीज मुहैया कराने के लिए शासन द्वारा लगभग डेढ़ दर्जन बहुउद्देशीय सहकारी समितियों की स्थापना की गई है। इसके बावजूद बारा खास, जसरा,गौहानी,लोटाढ़,जारी, चिल्ला गौहानी,गोइसरा,बड़गड़ी, शिवराजपुर, नौढ़िया उपरहार,अकौरिया,जोरवट सहित अन्य सहकारी समिति में उर्वरक नहीं है। बारा क्षेत्र में धान की अगैती प्रजातियों की रोपाई शुरू हो गया है। समितियों में डीएपी खाद न होने से किसान खाद के लिए इधर-उधर भटक रहे हैं और अंत में बाजार से मंहगी और अविश्वसनीय खाद खरीदने को विवश हैं।इस संबंध में एसडीओ सहकारिता जसरा मानवेन्द्र सिंह ने बताया कि प्राइवेट कंपनी की खाद की रैक आ गई है। शीघ्र ही समि...