बरेली, दिसम्बर 14 -- सिंचाई परियोजना में अधिग्रहित जमीन के मुआवजे के लिए रजिस्ट्री कराने के दौरान कारोबारी से दस हजार रुपये की रिश्वत लेने के आरोपी बाढ़खंड के सींचपाल को शनिवार को कोर्ट में पेश करके जेल भेज दिया गया। इस दौरान यह भी सामने आया कि मुआवजा पाने के लिए उसने फर्जीवाड़ा कर कारोबारी की बेटी की जमीन के एक हिस्से का अपने नाम पर बैनामा भी करा लिया था। बड़ा डाकखाना पर साल्वेशन आर्मी रोड पर फ्रेंड्स अपार्टमेंट निवासी दिलीप अग्रवाल की बेटी दीपशी के नाम पर मीरगंज तहसील में करीब पांच बीघा जमीन है, जो दो टुकड़ों में है। यह जमीन बरेली-बदायूं सिंचाई परियोजना के लिए अधिग्रहित कर ली गई लेकिन रजिस्ट्री न होने से उन्हें मुआवजा नहीं मिल सका। इसके लिए सिविल लाइंस स्थित सिंचाई विभाग कार्यालय के सींचपाल ऋषि कुमार सिंह ने उनसे एक लाख की रिश्वत मांगी।...