नई दिल्ली, दिसम्बर 22 -- हिंदू धर्म और ज्योतिष शास्त्र में बहते हुए जल में तांबे का सिक्का प्रवाहित करना एक शुभ उपाय है। यह उपाय मुख्य रूप से राहु-केतु दोष, शनि दोष और पितृ दोष निवारण के लिए किया जाता है। तांबा सूर्य और मंगल से जुड़ा होता है, जबकि बहता जल राहु-केतु का प्रतीक है। सिक्का प्रवाहित करने से नकारात्मक ग्रहों का प्रभाव कम होता है और सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है। यह उपाय बहुत सरल है, लेकिन इसके फायदे अद्भुत हैं। विशेष रूप से अमावस्या, प्रदोष या शनिवार को यह उपाय करने से विशेष लाभ मिलता है। आइए जानते हैं इसके प्रमुख फायदे।राहु-केतु दोष से मुक्ति ज्योतिष में राहु-केतु छाया ग्रह हैं, जो मानसिक तनाव, भय, नजर दोष और अप्रत्याशित बाधाएं देते हैं। बहते जल में तांबे का सिक्का प्रवाहित करने से राहु-केतु शांत होते हैं। यह उपाय नजर दोष, ब्लैक मै...
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