धनबाद, अगस्त 27 -- बलियापुर। राज्य अलग होने के 20 वर्ष बाद भी आदिवासी बहुल दुलुंगडीह गांव तक पहुंचने के लिए अभी तक न कोई रोड बना न कोई सार्वजनिक रास्ता की व्यवस्था ही हुई। पूरा गांव अब भी बलियापुर के अन्य गांवों से कटा हुआ है। इसी गांव के विजय मुर्मू की माने तो कोई बीमार होने पर रोड के अभाव में गांव तक न कोई एंबुलेंस पहुंचती है न शादी के मौके पर बारातियों के वाहन ही पहुंचते हैं। खासकर बरसात के दिनों में गांव तक पैदल पहुंचना भी कष्टकर हो जाता है। डेढ़ सौ आबादी वाले इस गांव के दोनों ओर बरसात का पानी जम जाता है। ग्रामीणों का कहना है कि गांव के कई बच्चे सीधाटांड़ मध्य विद्यालय पढ़ने जाते हैं। बरसात के दिनों में बच्चों को खेत में जमे पानी होकर ही विद्यालय जाना पड़ता है। इस संबंध में विधायक चंद्रदेव महतो का कहना है कि दुलुंगडीह गांव में मुख्यमंत्री...
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