बरेली, दिसम्बर 14 -- गर्भवती महिलाओं की प्राइवेट अल्ट्रासाउंड सेंटर पर जांच के दौरान हुई चूक के मामले में एक नया खुलासा हुआ है। पता चला है कि भुता के जिस बरेली अल्ट्रासाउंड सेंटर पर गर्भवती राजेश्वरी का तीन सितंबर को अल्ट्रासाउंड हुआ था, उसके संचालक का दावा है कि वह सेंटर चार माह पहले ही बंद कर दिया था। ऐसे में सवाल उठा रहा है कि आखिर जब सेंटर बंद था तो वहां जांच कैसे हुई। इतना ही नहीं, रिपोर्ट पर जिस डॉक्टर का नाम लिखा है, वह गर्भवतियों के अल्ट्रासाउंड जांच के लिए मान्य ही नहीं हैं। ऐसे मे मामला अवैध तरीके से संचालित हो रहे अल्ट्रासाउंड सेंटरों की तरफ मुड़ गया है। भुता के गजनेरा निवासी सुरेश बाबू की पत्नी राजेश्वरी गर्भवती थी। इस दौरान उसने तीन सितंबर को भुता स्थित बरेली अल्ट्रासाउंड सेंटर पर जांच कराई थी जिसमें जुड़वा बच्चे होने की रिपोर्...