चित्रकूट, अक्टूबर 11 -- चित्रकूट, संवाददाता। करीब दो दशक पहले यूपी और एमपी में आतंक का पर्याय रहा अंबिका पटेल उर्फ ठोकिया ददुआ से भी दुर्दांत रहा है। पुलिस में दर्ज मामलों के मुताबिक 22 जुलाई 2007 को जब यूपी एसटीएफ ने मुठभेड़ में ददुआ को मार गिराया था, उसी दौरान जंगल में ठोकिया गैंग से भी एसटीएफ की मुठभेड़ हुई थी। इसमें ठोकिया का एक आदमी मारा गया था। इसी खुन्नस में ठोकिया गिरोह ने ठीक अगले दिन एसटीएफ पर हमला बोला था। इसमें एसटीएफ के छह जवान और एक मुखबिर की मौत हुई थी। इसके बाद चार अगस्त 2008 को साढ़े सात लाख का इनामिया ठोकिया एसटीएफ की मुठभेड़ में मारा गया था। हालांकि यह गैंग इतना खतरनाक हो चुका था कि एमपी और यूपी क्षेत्र के दो चौकियों में हमला कर हथियार लूट ले गया था। दो सिपाहियों की भी हत्या कर उनके असलहे लूट लिए थे। इस गैंग पर 25 से अध...
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