मऊ, जून 13 -- मऊ। मुख्य चिकित्साधिकारी डा.राहुल सिंह की अध्यक्षता में जेएसवाई सभागार में गुरुवार को जिला स्तरीय मेडिकल आफिसर और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण आयोजित किया गया। सीएमओ ने कहा कि फाइलेरिया एक लाइलाज मच्छरजनित रोग है। जो समय पर रोकथाम नहीं होने पर व्यक्ति को दिव्यांग बना सकता है। उन्होंने सभी स्वास्थ्य कर्मियों से सामूहिक प्रयासों के माध्यम से इस रोग पर प्रभावी नियंत्रण की अपील की। पाथ संस्था के डिप्टी डायरेक्टर डा.अमरेश ने बताया कि हाइड्रोसील भी फाइलेरिया का ही एक रूप है। जिसका उपचार केवल ऑपरेशन द्वारा संभव है। उन्होंने सभी प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर इसके प्रति व्यापक जनजागरूकता अभियान चलाने की आवश्यकता पर बल दिया। पाथ संस्था के जिला समन्वयक देशदीपक सिंह ने फाइलेरिया प्रभावित अंगों की देखभाल, सफाई और आवश्...