नई दिल्ली, दिसम्बर 26 -- वृंदावन के प्रसिद्ध संत श्री हित प्रेमानंद जी महाराज अपने सत्संगों में गृहस्थ जीवन और भक्ति पर गहरी बातें करते हैं। एक सवाल अक्सर आता है - क्या पत्नी की पूजा, व्रत या साधना का फल पति को मिलता है? महाराज जी का स्पष्ट जवाब है कि 'हां, मिलता है, और बहुत मिलता है!' हिंदू शास्त्रों में पति-पत्नी को एक आत्मा के दो अंग माना गया है। दोनों के कर्म एक-दूसरे को प्रभावित करते हैं। पत्नी की भक्ति से पति को पुण्य मिलता है और घर में सुख-शांति आती है। महाराज जी कहते हैं - 'पत्नी अगर राधा नाम जपती है, तो पति को भी राधा-कृष्ण की कृपा मिलती है।' आइए महाराज जी के उपदेशों को विस्तार से समझते हैं।पति-पत्नी एक आत्मा के दो भाग महाराज जी शास्त्रों का हवाला देते हुए कहते हैं कि विवाह के बाद पति-पत्नी एक हो जाते हैं। पत्नी के पुण्य का फल पत...