सिद्धार्थ, दिसम्बर 26 -- डुमरियागंज, हिन्दुस्तान संवाद। डुमरियागंज कस्बे में चल रहे श्रीमद्भागवत कथा के अंतिम दिन बुधवार की रात कथावाचक आलोकानंद शास्त्री ने श्रद्धालुओं को प्रभु श्रीकृष्ण और सुदामा की मित्रता की कथा सुनाई। कथा सुन श्रद्धालु भाव विभोर हो गए। उन्होंने बताया कि मित्रता दो या दो से अधिक व्यक्तियों के बीच स्नेह, विश्वास और आपसी समझ पर आधारित एक गहरा और स्थाई रिश्ता है। इसमें लोग बिना स्वार्थ एक-दूसरे का साथ देते हैं, सुख-दुख बांटते हैं और मुश्किल समय में एक-दूसरे को सहारा देते हैं। यह रिश्ता किसी जाति, धर्म या पद नहीं देखता बल्कि दिल से दिल का जुड़ाव होता है। श्रीकृष्ण व सुदामा की मित्रता से जुड़ा प्रसंग हमें यही सिखाता है। उन्होंने सुदामा-कृष्ण की मित्रता को सच्ची, निष्काम मित्रता, प्रेम और समानता का अद्भुत उदाहरण बताया। उन्ह...