बक्सर, जून 12 -- बोले डीएम रोजगार के तलाश में होटल, ढाबा व फैक्ट्रियों में काम करने को मजबूर पकड़े जाने पर 6 माह से 2 वर्ष तक की सजा अथवा दोनों हो सकता है बक्सर, हमारे संवाददाता। ईश्वर की सबसे सुंदर कृति में मनुष्य माने जाते है। उसमें बच्चों का बचपन सबसे अनमोल माना जाता है। परंतु कई परिस्थितियों के कारण बच्चों का बचपन छीन जाता है। वह रोजगार के तलाश में होटल, ढाबा और फैक्ट्रियों में काम करने के लिए मजबूर हो जाते है। इसे रोकने के लिए सरकार की ओर से कई योजनाएं चलायी जा रही है। इसके लाभ से बाल श्रम को रोका जा सकता है। उक्त बातें डीएम विद्यानंद सिंह ने विश्व बाल श्रम निषेध दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में कहीं। वहीं श्रम अधीक्षक ने कार्यशाला में बाल श्रमिक पर प्रतिबंध से सभी उपस्थितियों को अवगत कराया गया। उन्होंने बताया कि बाल श्रम कराना द...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.