नई दिल्ली, दिसम्बर 21 -- पैसे दो और तिहाड़ जेल में कैदी से मिलो", यह सुनने में भले ही अजीब लगे, लेकिन दिल्ली के तिहाड़ जेल में कैदियों के रिश्तेदारों से उन उन मुलाकातों के लिए पैसे वसूले जा रहे थे जो कानूनी रूप से पूरी तरह मुफ्त होती हैं। इस गिरोह का भंडाफोड़ तब हुआ जब एक कैदी ने जेल प्रशासन को सतर्क किया, जिसके बाद कई डेटा एंट्री ऑपरेटरों का तबादला (ट्रांसफर) कर दिया गया। जेल सूत्रों के अनुसार, यह मामला तब सामने आया जब तिहाड़ की इंटेलिजेंस विंग को सूचना मिली कि एक कैदी के रिश्तेदार से मुलाकात बुक करने के लिए पैसे लिए गए हैं, जबकि इस तरह की मुलाकातों के लिए कोई शुल्क नहीं लगता है। टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी रिपोर्ट के अनुसार, शुरुआती जांच के दौरान, जेल अधिकारियों ने कैदी के रिश्तेदार से बुकिंग का पूरा विवरण इकट्ठा किया। इसमें यह पाया गया कि...
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