खगडि़या, जुलाई 18 -- खगड़िया। एक प्रतिनिधि आचार्य श्री मनीषानंद जी वैदिक जी महाराज ने कहा कि पुत्र चाहे कितना भी कुछ कर ले अपनी मां का ऋण नहीं उतार सकता है। उन्होंने मानसी बाजार के भगवती स्थान के प्रंागण में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के दूसरे दिन बुधवार को परिवार के साथ मिलकर कैसे रहना चाहिए व सुखदेव जी महाराज के जन्म के बारे में बताया। वही नारद जी महाराज के पूर्वजन्म की कथा साधुओं की संग से जीवन में परिवर्तन के बारे में बताया। श्रीमद् भागवत कथा की रचना और अपने पुत्र श्री सुखदेव जी को भागवत ग्रन्थ की शिक्षा तथा जनक जी के पास भेजकर दीक्षा दिलाने के विषय में भी विस्तार से बताया। साथ ही कहा कि वर्तमान समय में लोग मोबाइल में इतने व्यस्त हैं कि एक दूसरे के साथ संवाद नहीं करते। परिवार के साथ मिलकर रहना चाहिए। कार्यक्रम के दौरान कथावाचक को चादर एवं...
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