दिल्ली, अगस्त 19 -- हाल ही में आरएसएस प्रमुख के बयानों से संकेत मिलते हैं कि केंद्र सरकार और संघ के रिश्तों में पहले जैसी गर्माहट नहीं रही.लालकिले से प्रधानमंत्री मोदी द्वारा आरएसएस के जिक्र और तारीफ को भी इसी से जोड़कर देखा जा रहा है.राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने कुछ दिन पहले 75 साल की उम्र के बाद नेताओं को स्वेच्छा से रिटायर हो जाने और दूसरों को मौका देने की नसीहत दी थी.यह बात उन्होंने संघ के दिवंगत नेता मोरोपंत पिंगले के संदर्भ में कही थी लेकिन माना जा रहा है कि इसके जरिए वो ये संदेश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दे रहे हैं जो अगले महीने 75 साल के हो जाएंगे.हालांकि इसी साल मोहन भागवत भी 75 साल के हो जाएंगे और उनके मुताबिक, यह बात उन पर भी लागू होती है.इस बयान के कुछ दिन बाद एक कार्यक्रम में मोहन भागवत ने सरकार को स्वास...