नई दिल्ली, सितम्बर 7 -- Pitru paksha 2025 in India: सनातन धर्म में वर्ष के 16 दिन पूर्वजों को समर्पित होते हैं, इन्हें हम पितृ पक्ष, श्राद्ध पक्ष या महालय भी कहते हैं। ज्योतिष शास्त्र में इसे कनागत भी कहा जाता है, क्योंकि इस समय सूर्य कन्या राशि में संचार करते हैं। इस वर्ष पितृ पक्ष 15 दिन का होगा। पंचांग के अनुसार आश्विन मास के कृष्ण पक्ष को पितृपक्ष माना जाता है, पर इसका आरम्भ भाद्रपद पूर्णिमा से ही होता है। इस वर्ष पितृ पक्ष सात सितंबर यानी रविवार से शुरू होकर 21 सितंबर सर्वपितृ अमावस्या तक रहेगा। सात सितंबर को पूर्णिमा के श्राद्ध पर चंद्रग्रहण भी है। ग्रहण का सूतक दोपहर 12:57 से लगेगा, इसलिए इस दिन का श्राद्ध दोपहर से पहले ही कर लेना आवश्यक है। यह भी पढ़ें- इन देशों में रहने वाले भारतीय सूतक से पहले करें पितृ अमावस्या श्राद्ध का महत्व...