औरंगाबाद, सितम्बर 10 -- पुनपुन नदी के सिरिस घाट पर हजारों श्रद्धालु पिंडदान करने पहुंच रहे हैं, लेकिन उन्हें मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल पा रही है। न पार्किंग की व्यवस्था है और न ही पेयजल और शौचालय की। इससे यहां पिंडदान करने के लिए पहुंचने वाले लोगों को काफी परेशानी हो रही है। मंगलवार को यहां बड़ी संख्या में लोगों ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पिंडदान व तर्पण कर अपने पितरों की आत्मा की शांति और मोक्ष की कामना की। यहां पिंडदान करने देश के विभिन्न राज्यों से श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार श्रद्धालु गया श्राद्ध यात्रा की शुरुआत पुनपुन नदी के तट पर पिंडदान कर ही करते हैं। मान्यता है कि त्रेता युग में भगवान श्रीराम और माता सीता ने पितृऋण चुकाने के लिए पहली बार पुनपुन नदी के तट पर ही पिंडदान किया था। अनाज उपलब्ध न होने पर माता ...