रांची, अगस्त 26 -- रांची, संवाददाता। पारसनाथ पहाड़ी पर भवन और मंदिर बनाने के लिए जमीन की खरीद-फरोख्त हो रही है। इससे दलालों को फायदा पहुंचाया जा रहा है। जैन समाज के लोग पारसनाथ पहाड़ी पर मूर्तियां लगाने का विरोध कर रहे हैं। समाज के कुछ लोग सिर्फ पैसे के पीछे भाग रहे हैं और जैन धर्म के हितों की अनदेखी कर रहे हैं। राजनीतिक चेतना मंच के संजय कुमार पाटनी ने कहा कि कुछ लोगों का मानना है कि जैन समाज को अपने विकास और उत्थान के लिए एकजुट होना होगा और राजनीति में अपनी भागीदारी बढ़ानी होगी। उनका कहना है कि जब तक जैन समाज एकजुट नहीं होगा, तब तक उनके हितों की रक्षा नहीं हो सकती। इस मुद्दे पर राजनीति की भूमिका भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि झारखंड में वोट बैंक की राजनीति एक बड़ा मुद्दा है। जैन समाज की संख्या कम होने के कारण उनकी आवाज अक्सर अनसुनी हो जाती ह...