आदित्यपुर, दिसम्बर 26 -- चांडिल, संवाददाता। टुईडुंगरी स्थित फुलो-झानो मोड़ पर गुरुवार को पारंपरिक मांझी बाबाओं एवं विभिन्न संगठन प्रमुखों की बैठक धनेश्वर मुर्मू की अध्यक्षता में हुई। बैठक में झारखंड सरकार की ओर से पारित ''पेसा नियमावली'' और अनुसूचित क्षेत्रों में हो रहे संवैधानिक उल्लंघन पर चर्चा की गई। बैठक में गांव गणराज्य लोक परिषद के कोल्हान संयोजक करमु मार्डी ने कहा कि मूल पेसा कानून में आदिवासियों और ग्राम सभाओं को जो अधिकार दिए गए हैं, नियमावली में उन सभी प्रावधानों को अक्षरशः शामिल किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सामान्य बालू घाटों को श्रेणियों में बांटना पेसा कानून की मूल भावना के असंगत है। उन्होंने कहा कि झारखंड पंचायतीराज अधिनियम के लागू होने के समय पारंपरिक ग्राम सभाओं के प्रधानों (माझी, मुंडा, मानकी आदि) को चिह्नित कर उन्हें...