नई दिल्ली, जून 4 -- पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में महाराष्ट्र से गिरफ्तार हुए 27 साल के रवि वर्मा की जांच जारी है। कहा जा रहा है कि उसे पाकिस्तानी ऑपरेटिव ने हनीट्रैप किया था। खबर है कि कंपनी का नाम और खुद का निजी नंबर सार्वजनिक रखने के कारण वर्मा आसानी से पाकिस्तानी साजिश का शिकार हो गया और अहम जानकारी सीमा पार पहुंचा दी। ATS यानी आतंकवाद निरोधक दस्ते ने वर्मा को पिछले सप्ताह गिरफ्तार किया था। वह एक डिफेंस से जुड़ी फर्म में काम करता था, जिसे भारतीय नौसेना ने भी कॉन्ट्रैक्ट दिया था। पुलिस ने कहा था कि वर्मा ने रेखाचित्र (स्केच), डायग्राम और ऑडियो नोट के माध्यम से युद्धपोतों और पनडुब्बियों के बारे में संवेदनशील जानकारी पाकिस्तानी खुफिया एजेंट को दी और बदले में भारत एवं विदेश में विभिन्न बैंक खातों के माध्यम से पैसे प्राप्त किए। इ...