बहराइच, जुलाई 13 -- अज्ञातवास में गंधर्व वन का ब्रहमाइच इलाके में किया था प्रवास शिव माहात्म्य से जुड़े पर्व पर श्रद्धालुओं का लगता है तांता प्रमोद सोनी बहराइच, संवाददाता। हिमालय पर्वत की शिवालिक श्रेणियों की पर्वत माला की उपत्यका, सरयू, अचिरावती नदी के मध्य बहराइच जिला मुख्यालय के घंटाघर के पास कुंज गलियों के बीच स्थित श्रीसिद्धनाथ शिवलिंग की स्थापना पांडवों ने मां कुंती के साथ अज्ञातवास के दौरान की थी। यहां शिव माहात्म्य से जुड़े सभी महापर्वों पर विशाल मेला लगता है। पौराणिक काल के ब्रहमाइच अब बहराइच के साथ अनेक गौरवशाली गाथाऐं जुड़ी रही हैं। आज विशाल शहर रहा यह इलाका कभी सघन गंधर्व वन था। सृष्टि के रचयिता ब्रह्मा ने इसे अपनी राजधानी बना कर ऋषिकुल यज्ञ किया था। महाभारत काल में जब पांडव कौरवों से द्यूत क्रीड़ा में हार गए। तब पांडवों का 12...