मधुबनी, दिसम्बर 29 -- मधुबनी, नगर संवाददाता। जिन महिलाओं को गर्भावस्था से पहले डायबिटीज नहीं होती, उनमें भी गर्भकाल के दौरान यह समस्या विकसित हो सकती है। ऐसे मामलों की संभावना लगभग 5 प्रतिशत तक देखी जाती है। समय पर जांच और सही देखभाल से मां और शिशु दोनों को जटिलताओं से बचाया जा सकता है। ये बातें सदर अस्पताल मधुबनी में गर्भावस्था के दौरान होने वाली डायबिटीज (गर्भावधि मधुमेह) की रोकथाम एवं पहचान को लेकर एकदिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान निकलकर सामने आईं। कार्यक्रम के दौरान विशेषज्ञों ने बताया कि गर्भावस्था के दौरान रक्त शर्करा की जांच कर गर्भावधि में मधुमेह की पहचान की जा सकती है। साथ ही, संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और डॉक्टर की सलाह से दवा का सेवन इस रोग के प्रभाव को काफी हद तक कम कर सकता है। प्रशिक्षण का उद्देश्य गर्भवती महिलाओं में ...
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