पीलीभीत, मई 28 -- दो किसानों की जान जाने के बाद पकड़ी गई बाघिन को अंतत: उसके व्यवहार का आंकलन करने के बाद जंगल में छोड़ दिया गया। चिकित्सीय रूप से फिट बताई गई बाघिन को लेकर लग रहे कयासों पर अब विराम लग गया है। बाघिन जंगल में पर्यटकों को लुभाएगी और अपने मनपंसदीदा जलीय क्षेत्र की तरफ ही रहेगी। मीठी के उपनाम से प्रसिद्ध हुई ढाई से तीन साल की बाघिन को पिछले दिनों चतीपुर के पास ट्रैंकुलाइज कर पकड़ा गया था। लखीमपुर के किशनपुर से पीटीआर लाने के बाद यहां शासन स्तर पर इसकी मेडिकल रिपोर्ट भेजी गई थी। इसके बाद अधिकारियों ने आपस में विमर्श किया। तय हुआ कि बाघिन को चिड़ियाघर या अन्य किसी जनपद के बजाए उसके अपने घर पीलीभीत टाइगर रिजर्व में ही रखा जाए। बता दें कि पिछले दिनों केसरी को पीलीभीत में ट्रैंकुलाइज कर पकड़ा गया था और गोरखपुर भेज दिया गया था। इस ...