बुलंदशहर, सितम्बर 1 -- क्षेत्र के गांव बनैल में बरसात के समय मे होने वाली बीमारियों से बचाव के लिए ग्रामीणों ने धार्मिक अनुष्ठान के साथ तंत्र- मंत्र तथा टोटकों का सहारा लिया। पशुओं की रक्षा करने वाली चामुंडा माँ के खप्पर में लोबान और गंधक रखी धूनी को गांव के सभी पशुओं को सुंघाया तथा पीछे से हाथ मे मशाल लिए कर्कश आवाज से पशुओं के बीच हो हल्ला किया। इस बीच पूरे गांव में चूल्हे नहीं जले तथा बरोसी की आंच में अंगा-बाटी बनाकर भोजन किया। गांव बनैल के बुजुर्ग भानु प्रकाश ने बताया कि पिछले कई सालों से पशुओं को बीमारी से बचाने के लिये गांव में तंत्रमंत्र के साथ धार्मिक अनुष्ठान होते हैं। ऐसी मान्यता है कि मां चामुंडा की कृपा से पशुओं में बरसात के बाद होने वाली बीमारियों से छुटकारा मिल जाता है। गांव में हवन के बाद प्रसाद बाँट कर पशुधन को बीमारियों स...