रांची, सितम्बर 16 -- रांची। हिन्दुस्तान ब्यूरो पूर्व में हाउसकीपिंग कर परिवार चलाने वाली रांची के सिल्ली निवासी शीला देवी ने अन्य महिलाओं के साथ मिलकर पलाश आजीविका दीदी कैफे शुरू किया। प्रशिक्षण एवं क्रेडिट लिंकेज से मिली सहायता के जरिए उन्होंने झारखंड के व्यंजनों को अपने रोजगार का आधार बनाया। दिल्ली सरस मेला में हर साल उनकी बिक्री 6-7 लाख रुपये तक पहुंच जाती है। आज वे लखपति दीदी बन चुकी हैं। शीला जैसी सैकड़ों महिलाओं की सफलता की कहानी का आधार पलाश ब्रांड बन चुका है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पहल पर वर्ष 2020 में लॉन्च किया गया पलाश ब्रांड आज झारखंड की ग्रामीण महिलाओं के आत्मनिर्भरता और सशक्तिकरण की सशक्त पहचान दे रहा है। इस ब्रांड के अंतर्गत अब तक 30 से अधिक गुणवत्तापूर्ण उत्पाद विकसित किए जा चुके हैं, जो राज्यभर में संचालित पलाश मार्ट,...