नई दिल्ली, अक्टूबर 19 -- अक्टूबर और नवंबर माह में धान की फसल की कटाई के बाद दिल्ली में वायु प्रदूषण बढ़ने के लिए अक्सर पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने को जिम्मेदार ठहराया जाता है। हालांकि इस बार के आंकड़े बता रहे हैं कि आसपास के इलाकों में बाढ़-बारिश के चलते पराली जलाने की घटनाओं में कमी आई है। मगर फिर भी दिल्ली की हवा में जहर घुलने लगा है। जानिए पराली दहन के बावजूद दिल्ली के पलूशन में बढ़ोतरी की क्या वजह है? एनवायरनमेंटल साइंटिस्ट डॉ. बालयान की राय और आशुतोष मिश्रा की ऑन-ग्राउंड रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल किस्मत से या बदकिस्मती से बाढ़ की वजह से आग लगने और पराली जलाने की घटनाएं पिछले कुछ सालों के मुकाबले काफी कम थीं। इसके बावजूद दिल्ली में AQI 195 रिकॉर्ड किया गया है। पराली कम जलने के बावजूद दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के लिए भारी ट्रैफिक ...
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