नई दिल्ली, अक्टूबर 30 -- सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश अभय एस ओका ने बुधवार को एक कार्यक्रम के दौरान पूछा कि क्या दीपावली और क्रिसमस जैसे त्योहारों पर पटाखे फोड़ना धर्म की किसी अनिवार्य परंपरा का हिस्सा है। ऐसा कहने की वजह बताते हुए उन्होंने कहा कि क्योंकि ऐसा करने से बुजुर्गों, अशक्तों और जानवरों पर बहुत बुरा असर पड़ता है। उन्होंने आश्चर्य जताते हुए कहा कि पटाखे फोड़कर कोई कैसे आनंद और खुशी प्राप्त कर सकता है, जबकि इससे कमजोरों और बुजुर्गों व पक्षियों और जानवरों को बहुत परेशानी होती है। पूर्व जज ने कहा कि जो लोग इसे खरीद सकते हैं, वे एयर प्यूरीफायर रखकर अपनी सुरक्षा कर सकते हैं, लेकिन यह सुविधा सभी के लिए उपलब्ध नहीं है। यह बात उन्होंने सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (SCBA) की लेक्चर सीरीज में 'स्वच्छ वायु, जलवायु न्याय और हम- एक सतत भविष...
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