जमशेदपुर, जुलाई 16 -- पूर्वी सिंहभूम सहित पूरे कोल्हान को सांपों के लिए समृद्ध माना जाता है। सिर्फ दलमा वन जीव अभ्यारण्य में ही करीब 20 हजार से अधिक छोटे-बड़े सांप हैं। वन विभाग सहित यहां के कुछ संगठन इन सांपों को बचाने के लिए काम भी करते हैं। कुछ सालों में रिहायशी इलाकों से करीब पांच हजार सांपों को पकड़कर यहां छोड़ा गया है। सांपों के संरक्षण को लेकर अपनी टीम के साथ काम करने वाले मिथिलेश कुमार श्रीवास्तव उर्फ छोटू ने बताया कि दलमा में करीब 25 प्रजातियों के सांप रहते हैं। वहीं, झारखंड में लगभग 272 प्रजातियों के सांप पाए जाते हैं। इनमें से मात्र पांच प्रकार के सांप ही हैं, जो जहरीले होते हैं। इन सांपों में कॉमन करैत (चित्ती), नाग, रसेल वाइपर, बंबू पिट वाइपर, बैंडेड करैत शामिल हैं। जमशेदपुर में कुछ-कुछ जगहों पर जहरीले सांप रहते हैं। इन जगहों...
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