हमीरपुर, दिसम्बर 21 -- भरुआ सुमेरपुर। वर्णिता संस्था के तत्वावधान में क्रांतिकारियों के द्रोणाचार्य पं.गेंदालाल दीक्षित की पुण्य तिथि मनाई गई। इस मौके पर संस्था के अध्यक्ष डॉ.भवानीदीन ने कहा कि गेंदालाल दीक्षित वास्तव में मातृभूमि के सच्चे रखवाले थे। देश की आजादी के संघर्ष में इनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है। इनका आगरा की बांह तहसील के मई गांव में पंडित भोलानाथ दीक्षित के घर 30 नवंबर 1888 को जन्म हुआ था। ये तीन वर्ष के थे तभी इनकी मां का निधन हो गया था। इन्होंने देश को दासता से मुक्ति दिलाने की दिशा में शिवाजी समिति के माध्यम से डाकुओं को एकजुट कर गोरों से मोर्चा लिया। मातृवेदी संस्था के द्वारा युवा क्रांतिकारियों में बिस्मिल, अशफाक और रोशन सिंह जैसे सरफरोश तैयार किए। इस नाते ये क्रांतिकारियों के द्रोणाचार्य कहलाये। कालांतर में इन्ह...