गढ़वा, अगस्त 31 -- रमना, प्रतिनिधि। 15 वां वित्त आयोग मद की राशि पिछले डेढ़ साल से नहीं मिलने के कारण पंचायतों में विकास का काम पूरी तरह ठप हो गया है। राशि के अभाव में चापाकल मरम्मत, जलमीनार मरम्मत, कूप मरम्मत, नाली मरम्मत, पीसीसी पथ निर्माण, पेवर ब्लॉक पथ निर्माण, चबूतरा निर्माण, पुलिया निर्माण, शौचालय निर्माण जैसी कई जनोपयोगी योजनाएं अधर में लटकी हुई हैं। वही पूर्व में काम करा चुके कई लाभुक पैसे के लिए पंचायत से लेकर प्रखंड कार्यालय तक का चक्कर लगा रहे हैं। विदित हो कि वित्तीय वर्ष 2024-25 समाप्त हो चुका और 2025 -26 प्रगति पर है। बावजूद इन डेढ़ सालों में केंद्र और राज्य सरकार की ओर से पंचायतों को किसी भी प्रकार की कोई वित्तीय सहायता नहीं दी गई है। उक्त कारण पंचायती राज संस्थाएं जन आकांक्षाओं को पूरा करने में विफल साबित हो रही हैं। वहीं अ...